तुम अरबों का हेरफेर करने वाले राम जी
सवा लाख की लाटरी भेजो अपने भी नाम जी
पैसे पैसे को जवानी मेरी तरसे
सोते सोते उठ जाऊँ बिस्तर से
कब जाएगी गरीबी मेरे घर से
हो, मेरे घर से
तुम अरबों का हेरफेर…
सवा लाख की लाटरी…
कैसी प्यारी है खबर अखबारों में
लक्ष्मी देवी होंगी अपने इशारों में
होगा बंगला हमारा भी सितारों में
सितारों में
तुम अरबों का हेरफेर…
सवा लाख की लाटरी…
ऐसी कड़की में ये बोझा दो जनों का
आधा साधा हुआ थोड़े से चनों का
कभी आया ना वो दिन सपनों का
सपनों का
तुम अरबों का हेरफेर…
सवा लाख की लाटरी…